सामर्थ्य एवं क्षमताएं

1. नेटवर्किंग
2. अभियान
3. क्षमतावर्द्धन
4. आवश्यकतानुसार प्रषिक्षण कार्यक्रम
5. सूचना संप्रेषण
6. मूल्यांकन एवं प्रबोधन
7. ग्राम स्तर पर गतिषीलता
8. महिला जागरूकता एवं विकास
9. एडवोंकेसी
10. नीति निर्माण मे मध्यस्थता
11. ग्रामीण महिलाओं को आजीविका से जोडकर उन्मूलन सुनिष्चित करना।
12. ग्राम स्तर पर प्रतिष्ठा (त्मचनजंजपवद)
13. अनुभवी एवं प्रषिक्षित कार्यकर्ता
14. महिला सी.आर.पी. द्वारा सरकार की योजनाओं मे स्वयं सहायता समूहों का गठन
15. महिला सी.आर.पी द्वारा अन्य जिले एवं राज्यों मे महिलाओं को प्रशिक्षण देना